शुक्रवार शाम दिल्ली के करोल बाग स्थित विशाल मेगा मार्ट में भीषण आग लगने से दो लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक 25 वर्षीय युवक धीरेंद्र प्रताप सिंह शामिल हैं, जो UPSC सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। हादसे के वक्त वह लिफ्ट में फंसे हुए थे और उन्होंने अंदर से अपने बड़े भाई को आखिरी बार मैसेज कर मदद की गुहार लगाई थी, अब सांस फूल रही है, कुछ करो…”
यह दर्दनाक हादसा करोल बाग की व्यस्त अजमल खान रोड पर स्थित एक चार मंजिला इमारत में हुआ, जहां किराना और कपड़ों की दुकानें संचालित होती थीं। आग की सूचना शाम करीब 6:44 बजे मिली, जिसके बाद दमकल विभाग ने तत्काल छह फायर टेंडर मौके पर भेजे। हालांकि आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन तब तक लाखों का माल जलकर खाक हो चुका था।
‘मैं लिफ्ट में हूं… गैस भर रहा है’- आखिरी मैसेज
धीरेंद्र प्रताप सिंह, जो पिछले पांच वर्षों से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे थे और करोल बाग के एक पीजी में रहते थे, आग लगते समय इमारत की लिफ्ट में फंस गए थे। आग के दौरान उन्होंने अपने बड़े भाई को तीन मैसेज भेजे। पहला संदेश था भैया।
इसके बाद लिखा- “मैं लिफ्ट में हूं। गैस भर रहा है। करोल बाग मेगा मार्ट। शाम 6:51 बजे भेजा गया अंतिम संदेश था” अब सांस फूल रही है। कुछ करो। इसके बाद उनका फोन बंद हो गया और संपर्क टूट गया। दमकल, पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीमों ने संयुक्त रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। कई घंटों के प्रयास के बाद उनका शव लिफ्ट के भीतर से बरामद किया गया। उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
दूसरा शव अभी अज्ञात
मौके से एक और शव बरामद किया गया है, जो बुरी तरह झुलस चुका है और अब तक उसकी पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और शिनाख्त के प्रयास जारी हैं।
अग्नि सुरक्षा के नियमों की खुली पोल
दमकल विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इमारत में वेंटिलेशन की भारी कमी थी। सीढ़ियों और गलियारों में रखे सामान ने बचाव कार्य में भारी बाधा डाली। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर भवन में आग सुरक्षा के मानक पूरे होते, तो जानमाल का नुकसान टाला जा सकता था।
पुलिस ने करोल बाग थाने में मामला दर्ज कर लिया है और शुरुआती जांच में शॉर्ट सर्किट को आग लगने की वजह माना गया है। दिल्ली फायर सर्विस और जिला प्रशासन ने मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय लोगों की मांग- सख्त कार्रवाई हो
हादसे के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है। उनका कहना है कि व्यावसायिक इमारतों में सुरक्षा मानकों की लगातार अनदेखी की जा रही है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसी घटनाओं से सबक लेते हुए कड़ी कार्रवाई की जाए और नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए।