Bihar Bandh: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव 2025 से पहले चुनाव आयोग की ओर से वोटर लिस्ट की विशेष गहन जांच के विरोध में महागठबंधन ने मंगलवार को राज्यव्यापी ‘बिहार बंद’ का आह्वान किया। इस दौरान विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं ने शहर-शहर चक्का जाम, रेल रोको अभियान और सड़कों पर प्रदर्शन किया। कई जगहों पर टायर जलाकर सड़कें अवरुद्ध की गई, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ।
चुनाव आयोग पर महागठबंधन का हमला
महागठबंधन के प्रमुख नेता राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और पप्पू यादव ने मतदाता सूची की जांच प्रक्रिया को “पक्षपातपूर्ण” करार देते हुए इसे लोकतंत्र के खिलाफ बताया। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने सुबह 9:30 बजे पटना में इनकम टैक्स गोलंबर से चुनाव आयोग के दफ्तर तक मार्च निकाला, जिसमें भारी संख्या में समर्थकों की भागीदारी देखी गई।
रेल पटरियों पर प्रदर्शन, यातायात बाधित
पूर्णिया में पप्पू यादव अपने समर्थकों के साथ सचिवालय हॉल्ट रेलवे स्टेशन पर पहुंचे और पटरियों पर बैठकर रेल जाम किया। पुलिस ने बाद में प्रदर्शनकारियों को जबरन हटाकर ट्रेन को रवाना कराया। इसी तरह दरभंगा, हाजीपुर, अररिया और जहानाबाद जैसे शहरों में भी विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं ने ट्रेनों की आवाजाही रोकी।
सड़कें जाम, टायर जलाए
पटना जिले के मनेर विधानसभा क्षेत्र में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-30 पर टायर जलाकर यातायात बाधित किया। सुबह से ही राजधानी समेत राज्य के अन्य हिस्सों में ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही।
पप्पू यादव का तीखा बयान
सांसद पप्पू यादव ने सचिवालय हॉल्ट स्टेशन पर कहा, “हम चुनाव आयोग को नहीं छोड़ेंगे। आयोग की इस कार्रवाई से देश के गरीबों की जिंदगी बर्बाद हो रही है। यह संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ साजिश है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
राज्यभर में पुलिस बल को अलर्ट पर रखा गया है। पटना के प्रमुख इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। कुछ स्थानों पर हल्का बल प्रयोग भी किया गया ताकि प्रदर्शन को नियंत्रित किया जा सके।
बिहार में मतदाता सूची को लेकर छिड़ा यह सियासी संघर्ष आने वाले विधानसभा चुनावों की दिशा तय कर सकता है। जहां विपक्ष इसे लोकतंत्र बचाने की लड़ाई बता रहा है, वहीं निर्वाचन आयोग का कहना है कि यह प्रक्रिया केवल पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए है।