Radhika Yadav Murder Case: गुरुग्राम के पॉश इलाके सेक्टर-57 में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब 24 वर्षीय राष्ट्रीय स्तर की टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की उसके ही पिता दीपक यादव ने तीन गोलियां मारकर हत्या कर दी। जिस घर की दीवारें कभी मेडल, ट्रॉफियों और अखबार की कतरनों से चमकती थीं, वहां अब पुलिस की पीली पट्टी और खून के धब्बे हैं।
पुलिस की शुरुआती जांच में दावा किया गया कि दीपक यादव अपनी बेटी की टेनिस एकेडमी और सोशल मीडिया गतिविधियों से खुश नहीं था, लेकिन सवाल है- क्या यह वजह इतनी बड़ी थी कि एक पिता को अपनी होनहार बेटी का कातिल बना दे?
तीन बड़े सवाल, जो अब तक अनसुलझे हैं-
1. राधिका के सोशल मीडिया अकाउंट्स किसने डिलीट किए?
हत्या से ठीक पहले राधिका के इंस्टाग्राम और फेसबुक अकाउंट अचानक डिलीट हो गए। ये वही प्लेटफॉर्म थे, जहां राधिका
अपने खेल, रील्स और जिंदगी की झलकियां साझा करती थीं।
अब पुलिस की जांच का रुख साइबर दिशा में भी मुड़ चुका है।
क्या राधिका ने किसी दबाव में आकर खुद ये अकाउंट हटाए?
या पिता ने उससे ऐसा करवाया?
या फिर किसी तीसरे शख्स ने साजिश के तहत उन्हें खत्म किया?
इन सवालों के जवाब राधिका की डिजिटल लाइफ के पुनर्निर्माण से ही मिल सकेंगे।
2. जिसने टेनिस सिखाया, वही पिता कातिल क्यों बना?
दीपक यादव वही पिता थे, जिन्होंने अपनी बेटी को बचपन में पहला टेनिस रैकेट थमाया था। टूर्नामेंट्स में साथ गए, उसकी जीत पर मुस्कराए। फिर क्या हुआ कि वही पिता अपनी ही बेटी पर रिवॉल्वर तान बैठे?
पुलिस थ्योरी कहती है – समाज के तानों और “लड़की की कमाई खाने” के आरोपों ने दीपक को अंदर ही अंदर तोड़ दिया।
मगर सवाल उठता है-
क्या यह गुस्सा इतना गहरा था कि बेटी की जान ले ली जाए?
या घर के भीतर कुछ और अनकहा चल रहा था?
क्या राधिका की बढ़ती आज़ादी और आत्मनिर्भरता भी कारण बनी?
3. क्या मर्डर की असली वजह कुछ और है?
इस मामले में अब तक मां मंजू यादव का रवैया भी रहस्यमयी बना हुआ है। उन्होंने स्पष्ट बयान देने से इनकार कर दिया, और सिर्फ इतना कहा कि उन्हें बुखार था और उन्हें कुछ पता नहीं चला।
पुलिस अब राधिका के दोस्तों, कोच और स्टाफ से पूछताछ कर रही है। मोबाइल फॉरेंसिक और सोशल मीडिया रिकवरी से सच्चाई सामने लाने की कोशिशें जारी हैं। पिता का कबूलनामा- “लोग ताने देते थे
पुलिस गिरफ्त में दीपक यादव ने कबूल किया है लोग कहते थे कि मैं बेटी की कमाई खाता हूं… टेंशन में रहता था… इसलिए गोली मार दी। क्या यह कबूलनामा पूरी सच्चाई है या सच से बचने की एक कोशिश? यह जांच का विषय है।
टेनिस एकेडमी पर ताला, घर में सन्नाटा
घटना के बाद से महज 200 मीटर दूर स्थित राधिका की टेनिस एकेडमी पर ताला लटका है। वहां से गुजरने वाले हर शख्स के चेहरे पर हैरानी और सवाल हैं।
जिस बेटी ने पिता का नाम रोशन किया, उसी पर चला दी गोली… क्यों?
राधिका को कब मिलेगा इंसाफ?
राधिका यादव की हत्या सिर्फ एक मर्डर नहीं, बल्कि उस भरोसे का कत्ल है, जो एक बेटी अपने पिता से करती है। पुलिस की जांच से यह साफ होना बाकी है कि इस खौफनाक वारदात के पीछे असली वजह क्या थी।
जब तक तीन बड़े सवालों के जवाब नहीं मिलते, तब तक यह मामला अधूरा है-और राधिका के इंसाफ की राह भी।