Paras Hospital Patna: बिहार की राजधानी पटना के पारस अस्पताल में गुरुवार कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा की अस्पताल में गोली मारकर हत्या कर दी गई। बता दें कि बक्सर के औद्योगिक थाना क्षेत्र के सोनबरसा गांव निवासी मंटू मिश्रा का पुत्र चंदन हत्याकांड में उम्रकैद सजा काट रहा था।
राजेंद्र केसरी हत्याकांड
वह पैरोल पर जेल से बाहर आकर इलाज करा रहा था। उसके खिलाफ कई संगीन मामले दर्ज थे, जिनमें 14 साल पहले बक्सर जिला मुख्यालय के अमला टोली में मेन रोड पर हुआ राजेंद्र केसरी हत्याकांड सबसे चर्चित था।
बरसाई थी ताबड़तोड़ गोलियां
21 अगस्त 2011 को बक्सर जिला मुख्यालय के मेन रोड पर भोजपुर चूना भंडार के मालिक राजेंद्र केसरी की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। राजेंद्र अपनी दुकान का शटर खोल रहे थे, तभी बक्सर जिले के अपराधियों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थी।
पटना के पारस अस्पताल में घुसकर हत्या करने वाले अपराधियों का CCTV फुटेज, 5 थे अपराधी
गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंजा पारस हॉस्पिटल, बदमाशों ने घुसकर चंदन मिश्रा को मारी गोली; मौत#Bihar #Crime #Patna pic.twitter.com/P1G4ZeHeuv— Yogesh Sahu (@ysaha951) July 17, 2025
घटनाक्रम को खूब प्रचार मिला
इस मामले में राजेंद्र के परिजनों ने बक्सर निवासी चंदन मिश्रा, ओंकारनाथ सिंह उर्फ शेरू सिंह, सुरेंद्र मिश्रा उर्फ छोटू मिश्रा, निलंबित पुलिसकर्मी दीनबंधु सिंह और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। यह वारदात चंदन और शेरू के आपराधिक जीवन की पहली बड़ी घटना थी। इनकी कोशिश थी कि इस घटनाक्रम को खूब प्रचार मिले और व्यवसायियों में इनका खौफ बने। कुछ हद तक ऐसा हुआ भी।
2013 में हुई उम्रकैद की सजा
हालांकि, पुलिस ने तब सक्रियता दिखाते हुए दोनों को कुछ ही दिनों में गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में पुलिस ने त्वरित जांच की और स्पीडी ट्रायल के माध्यम से मामले की सुनवाई हुई। तीन अक्टूबर 2013 को जिला एवं सत्र न्यायाधीश हरेन्द्र तिवारी ने चंदन मिश्रा, दीनबंधु सिंह और छोटू मिश्रा को उम्रकैद की सजा सुनाई।