चंडीगढ़: नॉर्थ अमेरिकन पंजाबी एसोसिएशन (NAPA) ने पंजाब में ट्रैवल एजेंटों द्वारा दिए जाने वाले विदेश में नौकरी से संबंधित विज्ञापनों की कड़ी जांच की मांग की और दावा किया कि राज्य के लोग मानव तस्करी तथा भ्रामक प्रवास योजनाओं का शिकार हो रहे हैं।
सैकड़ों पंजाबी युवाओं का शोषण
अमेरिका में स्थित एनएपीए के कार्यकारी निदेशक सतनाम सिंह चहल ने कहा कि हर साल अनियमित ट्रैवल एजेंट पश्चिमी देशों में बेहतर भविष्य के सपने देखने वाले सैकड़ों पंजाबी युवाओं का शोषण करते हैं।
नेटवर्क के माध्यम से काम कर रहे एजेंट
ये एजेंट अकसर एक नेटवर्क के माध्यम से काम करते हैं और निर्दोष लोगों को लुभाने के लिए समाचार पत्रों, सोशल मीडिया व स्थानीय टीवी चैनलों पर आकर्षक विज्ञापनों का उपयोग करते हैं।
जमकर लूट रहे एजेंट्स
चहल ने कहा, ”युवाओं से विदेश में मोटी तनख्वाह वाली नौकरियों का वादा किया जाता है, लेकिन इसके बजाय, कई लोगों को या तो दूसरे देशों में छोड़ दिया जाता है या अमानवीय परिस्थितियों में रहने के लिए मजबूर किया जाता है। ये एजेंट 20 से 50 लाख रुपये तक वसूलते हैं, जिससे परिवार जीवन भर के लिए कर्ज में डूब जाते हैं।
बेईमान एजेंट्स का फैला जाल
उन्होंने आरोप लगाया कि बेईमान एजेंट न केवल पंजाब से बल्कि नई दिल्ली जैसे महानगरों और यहां तक कि अमेरिका जैसे देशों से धोखाधड़ी और शोषण को अंजाम देते हैं।
चहल ने कहा, ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए जिससे यह पता लगाया जा सके कि किसी ट्रैवल एजेंट के पास विदेश में नौकरी दिलाने के लिए वैध लाइसेंस और कानूनी अधिकार है या नहीं।