नई दिल्ली: संसद सत्र के दौरान सोमवार को राजनीतिक हलचल तेज हो गई। एक ओर डिंपल यादव पर मौलाना साजिद रशीदी की विवादित टिप्पणी को लेकर एनडीए सांसदों ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार की नीति पर सवाल उठाकर नया विवाद खड़ा कर दिया।
डिंपल यादव के सम्मान में NDA सांसद मैदान में
मौलाना साजिद रशीदी ने डिंपल यादव के मस्जिद में खुले सिर जाने को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसके बाद संसद परिसर में एनडीए सांसदों ने जोरदार विरोध जताया। सांसदों ने सपा से जवाब मांगा कि अखिलेश यादव और उनकी पार्टी इस बयान पर चुप क्यों हैं। विरोध प्रदर्शन के दौरान अनुराग ठाकुर समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
रशीदी ने हालांकि अपने बयान का बचाव किया और कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं कहा। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “डिंपल यादव बताएं, क्या मंदिर में भी वह ऐसे ही जाती हैं?” उन्होंने मस्जिद में हुई सपा की बैठक पर भी सवाल उठाया और कहा कि धार्मिक स्थलों का इस्तेमाल सियासत के लिए नहीं होना चाहिए।
ऑपरेशन सिंदूर पर चिदंबरम के सवाल से गरमा सियासत
इसी बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले पर सरकार से कई सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार आतंकियों की पहचान और हमले की जानकारी छिपा रही है। चिदंबरम ने कहा, “कोई सबूत नहीं है कि आतंकी पाकिस्तान से आए थे। सरकार इस पर चुप क्यों है?”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार रणनीतिक गलतियों और नुकसान को छिपा रही है। उनके इस बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, “कांग्रेस बार-बार पाकिस्तान को क्लीन चिट देने की कोशिश करती है। यह देशहित के खिलाफ है।”
संसद में चर्चा का माहौल गर्म
इन विवादों के बीच लोकसभा में पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर आज चर्चा शुरू हुई, जबकि राज्यसभा में मंगलवार को नौ घंटे की बहस निर्धारित है। सरकार की ओर से गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर सहित कई वरिष्ठ नेता बोलेंगे। वहीं, विपक्ष राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे के नेतृत्व में सरकार को घेरने की रणनीति पर काम कर रहा है।
निष्कर्ष
डिंपल यादव विवाद और चिदंबरम के बयानों ने सियासी माहौल को और गरमा दिया है। संसद में इस मुद्दे पर तीखी बहस की संभावना है, जहां राष्ट्रीय सुरक्षा और महिला सम्मान दोनों मुद्दे केंद्र में रहेंगे।
न्यूज़ एडिटर बी के झा की रिपोर्ट-