Jyoti Malhotra Case: जासूसी मामले में हिसार पुलिस ने यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। करीब 2500 पेज की चार्जशीट में हरियाणा पुलिस ने दावा किया है कि ज्योति ने पाकिस्तान एजेंट्स को गोपनीय सूचनाएं लीक कीं।
एजेंटों के संपर्क में आई मल्होत्रा
चार्जशीट में पुलिस का दावा है कि ज्योति पाकिस्तान के लिए टूल किट के तौर पर इस्तेमाल हो रही थी। वह उनके संपर्क में थी और उन तक जानकारियां पहुंचा रही थी। ज्योति पाकिस्तान टूर के दौरान वह वहां के एजेंटों के संपर्क में आई। ज्योति के मोबाइल फोन से पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली।
पाक उच्चायोग में तैनात दानिक के संपर्क में थी ज्योति
ज्योति पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात दानिश अली से लगातार संपर्क में थी। पुलिस को ज्योति और दानिश के बीच के चैट्स भी मिले हैं। ज्योति की आईएसआई एजेंट शाकिर, हसन अली के अलावा नासिर ढिल्लों से भी बात होती थी। ज्योति मल्होत्रा की भूमिका की तफ्तीश जारी है। यही नहीं पुलिस को ज्योति और हसन नाम के एक एजेंट की चैट्स भी हाथ लगी है।
केस डायरी में ज्योति की विदेश यात्रा का उल्लेख
ज्योति की सारी विदेशी यात्रा का जिक्र भी केस डायरी में किया गया है। बता दें की ज्योति को 16 मई को गिरफ्तार किया गया इसके बाद से वह न्यायिक हिरासत में है। इस मामले में हरियाणा पुलिस ने कई सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर से पूछताछ की है।
आईएसआई को सूचनाएं भेजने का दावा
जांच एजेंसियों का दावा है कि ज्योति मल्होत्रा भारत की संवेदनशील और गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (आईएसआई) को भेज रही थीं। जांच के दौरान यह भी सामने आया कि इन सूचनाओं के बदले ज्योति को आर्थिक लाभ दिया गया था। एजेंसियों के अनुसार, ज्योति मल्होत्रा सोशल मीडिया और यूट्यूब चैनल के जरिए कुछ ऐसी जानकारी साझा कर रही थीं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से बेहद संवेदनशील हैं।
दानिक को निष्कासित किया गया
ज्योति मल्होत्रा को 16 मई को सरकारी गोपनीयता अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया। वह उन 12 लोगों में शामिल थीं, जिन्हें जासूसी के संदेह में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया था। बताया गया कि वह पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में थीं। भारत ने कथित तौर पर जासूसी में लिप्त होने के कारण 13 मई को दानिश को देश से निष्कासित कर दिया था।