US-India Trade War: आज से भारत पर 50% टैरिफ लग गया है। टैरिफ भारत से अमेरिका भेजे जाने वाले सामानों पर लगेगा। दो गुने टैरिफ की वजह से भारत का लगभग 5.4 लाख करोड़ रुपए का एक्सपोर्ट का काम प्रभावित होगा।
इन प्रोडक्ट्स पर पड़ेगा असर
बता दें कि भारत अब सबसे ज्यादा US Tariff झेलने वाले देशों की लिस्ट में ब्राजील के साथ शामिल हो जाएगा। अमेरिकी बाजार में बिकने वाले कपड़े, ज्यूलरी, धातु (स्टील, एल्युमीनियम, तांबा), कार्बनिक रसायन, हैंडीक्राफ्ट- कालीन, चमड़ा-फर्नीचर और सी-फूड जैसे भारतीय प्रोडक्टस महंगे हो जाएंगे। जिस कारण इनकी मांग में 70% तक कमी आ सकती है।
कुछ सेक्टरों में है राहत
हालांकि अभी कुछ सेक्टरों को ट्रंप टैरिफ से राहत मिली हुई है, जिनमें फार्मास्यूटिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स और पेट्रोलियम उत्पाद हैं, जो अमेरिका को भारत के कुल निर्यात का 30% हैं और अब भी Tariff Free हैं। जबकि भारत के अधिकांश निर्यात पर अब 50% शुल्क लागू होगा, जिससे निर्यातकों के लिए अमेरिकी बाजार में काफी हद तक चुनौतियां बढ़ जाएंगी।
टैरिफ से निपटने की तैयारी
अमेरिकी टैरिफ के असर को कम करने के लिए भारत ने कमर कस ली है, भारत सरकार 25,000 करोड़ रुपए के निर्यात संवर्धन मिशन पर काम कर रही है। इसके तहत व्यापार वित्त और ऋण पहुंच, कपड़ा और खाद्य प्रसंस्करण के लिए GST में बदलाव, SEZ में सुधार, ब्रांड इंडिया के तहत ग्लोबल ई-कॉमर्स और वेयरहाउसिंग को बढ़ावा देना शामिल है।
मुक्त व्यापार समझौतों में तेजी
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ जवाबी कार्रवाई से इनकार किया, लेकिन दो टूक कहा है कि भारत निर्यातकों और नौकरियों की रक्षा के लिए हर उपलब्ध साधन (नीतिगत, राजकोषीय और कूटनीतिक) का इस्तेमाल करेगा।
इस बीच भारत अपने निर्यात बाजारों में विविधता लाने और अमेरिका पर निर्भरता कम करने के लिए यूरोपीय संघ, ब्रिटेन और अन्य देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों (FTA) में तेजी ला रहा है।