Delhi Update: दिल्ली पुलिस ने 7 साल के बच्चे के अपहरण मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। अपहरण 27 सितंबर को हुआ था। बच्चे की मां ने विकासपुरी थाने में शिकायत दर्ज की कि उसका बेटा स्कूल से घर नहीं लौटा। उसे शक था कि उसके पूर्व लिव-इन पार्टनर अजय वर्मा ने बच्चे का अपहरण किया है।
पुलिस ने दर्ज की FIR
शिकायत मिलते ही विकासपुरी थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की। इंस्पेक्टर राजवीर सिंह, एसएचओ विकासपुरी, और एसीपी तिलक नगर डॉ. गरिमा तिवारी के निर्देशन में इंस्पेक्टर दीपक दहिया के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। इस टीम में एसआई संदीप यादव, एएसआई हरि लाल, एचसी राजकुमार, एचसी दिनेश, एचसी संदीप, एचसी मनोज कुमार, कांस्टेबल करमवीर, कांस्टेबल सविन और डब्ल्यू/सीटी सोनिका शामिल थे।
बच्चे का मोटरसाइकिल से अपहरण
पुलिस ने स्कूल के पास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें दिखा कि अजय वर्मा और उसके एक साथी ने बच्चे को मोटरसाइकिल पर अपहरण कर लिया। अजय ने अपना मोबाइल बंद कर लिया था, लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्नत तकनीक और सोशल मीडिया ट्रैकिंग की मदद से उसका पता लगाया। जांच में पता चला कि अजय ने अपने दोस्त से इंस्टाग्राम के जरिए पिस्तौल की व्यवस्था की थी।
दूसरा आरोपी भी गिरफ्तार
पुलिस की एक टीम ने तीन दिन तक हरियाणा के हांसी जिले में डेरा डाले रखा। आखिरकार अजय वर्मा को हांसी के एक खेत से उसके दो साथियों के साथ पकड़ा गया। आरोपियों से बच्चे को सुरक्षित बचा लिया गया। इधर दिल्ली में अजय नाम के दूसरा आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। उसके घर से एक देसी पिस्तौल बरामद हुई। उस पर आर्म्स एक्ट के तहत अलग मामला दर्ज किया गया।
बच्चे को नुकसान पहुंचाने की धमकी
जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी अजय वर्मा (24) महिला के साथ पहले लिव-इन रिलेशनशिप में था। वह महिला पर अत्यधिक नियंत्रण रखता था और उससे मारपीट करता था। परेशान होकर महिला उसे छोड़कर दिल्ली के केशवपुर गांव में अपने मायके आ गई थी। आरोप है कि अजय वर्मा उसे वापस हांसी ले जाने के लिए उस पर दबाव डाल रहा था। जब वह नहीं मानी, तो अजय ने बच्चे का अपहरण कर उसे धमकी दी कि अगर वह वापस नहीं आई तो बच्चे को नुकसान पहुंचाएगा। गिरफ्तार आरोपियों में हांसी निवासी अजय वर्मा, हिसार निवासी अमित (18), सचिन (20) और दिल्ली निवासी अजय शामिल हैं।