Bijnor: निरीक्षण के दौरान मिली खामियांजिलाधिकारी जसजीत कौर ने जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया, जिसमें कई खामियां सामने आईं।
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि-
– ब्लड बैंक और डायलिसिस विभाग में लापरवाही: जिलाधिकारी को शिकायत मिली थी कि इन विभागों में लापरवाही बरती जा रही है, जिसके कारण एक मरीज की मौत हो गई थी। जिलाधिकारी ने ब्लड बैंक और डायलिसिस विभाग में जांच पड़ताल की और संबंधित विभाग को इसे और सुचारू करने के लिए आदेशित किया।
– महिला अस्पताल में लिफ्ट बंद: जिलाधिकारी को बताया गया कि महिला अस्पताल में मरीजों के लिए लिफ्ट लगी हुई है, लेकिन वह पिछले 5 सालों से बंद पड़ी है। जिलाधिकारी ने लिफ्ट को जल्द से जल्द शुरू करने के आदेश दिए।
– अल्ट्रासाउंड विभाग में अनियमितता: एक महिला ने जिलाधिकारी से शिकायत की कि महिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड के नाम पर मना कर दिया जाता है। जिलाधिकारी ने अल्ट्रासाउंड विभाग की जांच पड़ताल की और संबंधित सीएमएस को प्रतिदिन अल्ट्रासाउंड चलाने के आदेश दिए।
– एक्सपायर डेट की दवाइयां: एक व्यक्ति ने जिलाधिकारी को बताया कि अस्पताल में एक्सपायर डेट की दवाइयां बांटी जा रही हैं। जिलाधिकारी ने सीएमओ को इस बारे में अवगत कराया और आदेशित किया कि ऐसी दवाइयों को तुरंत बदल दिया जाए।
अधिकारियों के बीच मतभेदनिरक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने मेडिकल की प्रिंसिपल डॉ उर्मिला और महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ प्रभा रानी के बीच मतभेद देखे। दोनों अधिकारी एक दूसरे के निर्देशों का पालन करने में असमर्थ थे और एक दूसरे की बात का विरोध कर रहे थे।