Election Commission of India: मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) को लेकर विपक्ष बड़ा दांव चल सकता है। सूत्रों के हवाले से जानकारी सामने आई है कि विपक्षी दल चुनाव आयोग के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव ला सकते हैं। विपक्षी नेता मामले पर गहनता से विचार विमर्श कर रहें हैं। विपक्ष की ओर से चुनाव आयोग को कटघरे में लाने की तैयारी जोरों पर है।
सूत्रों के अनुसार ज्ञानेश कुमार के खिलाफ महाभियोग लाने का निर्णय राज्यसभा में नेता प्रतिविपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में हुई I.N.D.I.A. के फ्लोर नेताओं की बैठक में लिया गया।
CEC ज्ञानेश कुमार ने दिए जवाब
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ वाले आरोप और बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर विपक्ष का लगातार विरोध जारी है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने रविवार को वोट चोरी और SIR को लेकर जवाब देते हुए बताया कि, SIR के बाद बिहार की मसौदा मतदाता सूची से हटाए गए नामों की लिस्ट SC के आदेश के बाद जिलाधिकारियों की वेबसाइटों पर डाल दी गई है।
भेदभाव नहीं कर सकता निर्वाचन आयोग
इस दौरान ज्ञानेश कुमार ने कहा, ये एक मिथक है कि SIR जल्दबाजी में किया गया है। हर चुनाव से पहले मतदाता सूची को सही करना निर्वाचन आयोग का कानूनी कर्तव्य है। निर्वाचन आयोग राजनीतिक दलों के बीच भेदभाव नहीं कर सकता और सत्तारूढ़ और विपक्षी दल, दोनों ही चुनाव प्राधिकार के लिए समान हैं।
सात दिन के भीतर शपथपत्र
ज्ञानेश कुमार ने ये भी कहा, कांग्रेस नेता को मतदाता सूची में अनियमितताओं के अपने आरोपों पर सात दिन के भीतर शपथपत्र देना चाहिए, अन्यथा उनके वोट चोरी के दावे निराधार और अमान्य माने जाएंगे।