Olympics Gold Winner: दिल्ली सरकार ने कैबिनेट बैठक में युवाओं, खिलाड़ियों और छात्रों के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। कैबिनेट मंत्री आशीष सूद ने बताया कि ये फैसले मुख्यमंत्री के नेतृत्व में दिल्ली को विकास और समावेशी प्रगति की दिशा में आगे ले जाने के लिए किए गए हैं।
दिल्ली ने हरियाणा को छोड़ा पीछे
तीन ऐतिहासिक फैसले लिए गए हैं। 10वीं में अच्छे नंबरों से पास होने वाले 1200 छात्रों को आई7 लैपटॉप देने की घोषणा की गई है। इस पर 8 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सरकार डिजिटल एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए स्मार्ट क्लास रूम बनाने जा रहे हैं।
दिल्ली में अब ओलंपिक (Olympics) में स्वर्ण पदक विजेता को सात करोड़, रजत पदक विजेता को पांच करोड़ और कांस्य पदक विजेता को तीन करोड़ रुपये मिलेंगे। अब तक हरियाणा पुरस्कार राशि देने के मामले में सबसे आगे था, जहां स्वर्ण पदक विजेता को छह करोड़, रजत पदक विजेता को चार करोड़ और कांस्य पदक विजेता को ढाई करोड़ रुपए दिए जाते हैं।
नौकरी देने का ऐलान
इसी तरह एशियन गेम्स में गोल्ड और सिल्वर लाने वाले खिलाड़ी को ग्रुप ए, ब्रॉन्ज के खिलाड़ी को ग्रुप बी की नौकरी देनी का भी ऐलान किया गया है। कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड में ए, सिल्वर में बी और ब्रॉन्ज में सी कैटेगरी को नौकरी देने की घोषणा की गई है।
फंक्शनल कंप्यूटर को लेकर ऐलान
तीसरा सबसे बड़ा फैसला जो दिल्ली सरकार ने किया है वो ICT (Information and Communication Technology) लैब स्थापित करने को लेकर है। दिल्ली सरकार ने 100 आईसीटी लैब बनाने का काम किया है। सरकार ने कहा, दिल्ली में 1174 सरकारी स्कूल हैं, लेकिन अभी तक एक भी फंक्शनल कंप्यूटर लैब नहीं है।
CSR के तहत 100 लैब्स तैयार किए गए हैं और अब 175 नई ICT लैब्स बनाई जाएंगी। हर लैब में 40 कंप्यूटर होंगे। पिछली सरकार ने 907 लैब्स सर्व शिक्षा अभियान के तहत बनी थीं, लेकिन कोई भी फंक्शनल नहीं है।