GE-404 Fighter Jet: भारत की वायु शक्ति को और धार मिल गई है। अमेरिका की जानी-मानी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक (GE) ने LCA तेजस मार्क-1ए कार्यक्रम के लिए भारत को दूसरा GE-404 फाइटर जेट इंजन सौंप दिया है। इससे भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हल्के लड़ाकू विमानों की क्षमता कई गुना बढ़ेगी।
रक्षा क्षेत्र से जुड़े सूत्रों के अनुसार, GE F404-IN20 इंजन की आपूर्ति का यह सिलसिला 2026 तक हर महीने दो इंजनों के हिसाब से जारी रहेगा। भारत ने GE से 761 मिलियन डॉलर का करार किया है, जिसके तहत कुल 99 इंजन भारत को मिलेंगे।
क्या है GE-404 इंजन की खासियत?
GE-404 एक हाई परफॉर्मेंस, हल्का लेकिन घातक इंजन है, जिसे खासकर हल्के लड़ाकू विमानों के लिए डिजाइन किया गया है। यह इंजन न केवल भारत के तेजस लड़ाकू विमान की ताकत को बढ़ाएगा, बल्कि भविष्य में स्वदेशी रक्षा उत्पादन को भी मजबूती देगा।
HAL (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) इस इंजन का उपयोग करके अगले कुछ वर्षों में LCA तेजस मार्क-1ए की 83 यूनिट्स तैयार करेगा। इसके अलावा रक्षा मंत्रालय ने और 97 विमानों की खरीद को अंतिम मंजूरी के करीब पहुंचा दिया है।
पाकिस्तान के लिए टेंशन
भारत की यह डिफेंस डील पड़ोसी देश पाकिस्तान के लिए चिंता का सबब बन गई है। भारतीय वायुसेना के पास पहले से ही सुखोई Su-30 MKI, राफेल, मिग-29, मिराज-2000 जैसे अत्याधुनिक फाइटर जेट मौजूद हैं। अब तेजस की उन्नत श्रृंखला के आने से भारत की हवाई ताकत को और मजबूती मिलेगी।
क्यों अहम है यह डील?
इस डील से भारत को सिर्फ आधुनिक इंजन नहीं मिल रहे, बल्कि यह भारत-अमेरिका के बीच रणनीतिक रक्षा साझेदारी की गहराई को भी दर्शाता है। अमेरिका की ओर से लगातार तकनीकी ट्रांसफर और रक्षा सहयोग भारत के आत्मनिर्भर रक्षा निर्माण अभियान को भी समर्थन दे रहा है।
प्रमुख बिंदु:
GE ने भारत को दूसरा F404 इंजन सौंपा
2026 तक हर महीने दो इंजन भेजेगा अमेरिका
HAL को इस साल 12 इंजन मिलने की उम्मीद
तेजस मार्क-1ए के लिए 83 विमान ऑर्डर, 97 और प्रस्तावित
भारत-अमेरिका डिफेंस डील 761 मिलियन डॉलर की
पाकिस्तान के लिए यह बड़ा ‘स्ट्रैटजिक अलार्म’
न्यूज़ एडिटर बी के झा की रिपोर्ट-