Operation Sindoor: कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए न केवल आतंकियों को करारा जवाब दिया गया, बल्कि पाकिस्तान की सैन्य शक्ति और चीनी हथियारों की क्षमताओं को भी बेनकाब कर दिया गया। इस पूरे संघर्ष के दौरान भारत ने पाकिस्तान के चाइनीज एयर डिफेंस सिस्टम को ध्वस्त कर यह स्पष्ट संदेश दिया कि भारतीय हथियार तकनीक और सैन्य तैयारी किसी भी वैश्विक शक्ति से पीछे नहीं है।
इस घटनाक्रम पर अमेरिका के प्रसिद्ध युद्ध विशेषज्ञ जॉन स्पेंसर ने एएनआई से बातचीत में कहा कि यह संघर्ष वास्तव में भारतीय और चीनी हथियारों के बीच सीधी टक्कर थी, जिसमें भारत की जीत ने पूरी दुनिया को चौंका दिया।
पाकिस्तान बना चीन की ‘टेस्टिंग लैब’
स्पेंसर ने कहा, “चीन अपने हथियारों और रक्षा तकनीकों को परखने के लिए पाकिस्तान को एक प्रयोगशाला की तरह इस्तेमाल करता है। तुर्की भी इसमें पाकिस्तान को मदद देता है। लेकिन इस बार भारत की स्वदेशी प्रणालियों ने साबित कर दिया कि वे कहीं अधिक प्रभावशाली और सटीक हैं।
उन्होंने आगे कहा कि इस संघर्ष को पारंपरिक युद्ध कहना गलत होगा। ऑपरेशन सिंदूर एक सीमित और सुनियोजित जवाबी कार्रवाई थी, जो आतंकवादी हमले के खिलाफ शुरू हुई और स्पष्ट रूप से समाप्त हुई।
भारत अधिक तैयार दिखा
जॉन स्पेंसर ने कहा कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का गहन अध्ययन किया है। यह संघर्ष महज चार दिनों तक नहीं चला, बल्कि यह पिछले एक दशक की सैन्य तैयारी और सुधारों का परिणाम था। उन्होंने कहा, “मैं नहीं कह सकता कि अगला युद्ध कब होगा, लेकिन मैं इतना जरूर कह सकता हूं कि भारत पहले से कहीं ज्यादा संगठित, सक्षम और तैयार है।
भारत की रणनीति ने दिलाया पाकिस्तान को सबक
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने आतंकियों के ठिकानों पर सटीक हमले किए और सीमावर्ती इलाकों में हुई पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई को प्रभावहीन कर दिया। सूत्रों के अनुसार, भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई इतनी निर्णायक थी कि पाकिस्तान को संघर्ष विराम की गुहार लगानी पड़ी।
निष्कर्ष-
ऑपरेशन सिंदूर भारत की सैन्य और रणनीतिक क्षमता का प्रदर्शन था। यह सिर्फ एक जवाबी हमला नहीं, बल्कि एक स्पष्ट संदेश था- भारत न केवल आतंकी हमलों का जवाब देना जानता है, बल्कि वैश्विक रक्षा परिदृश्य में चीनी हथियारों की हकीकत को भी उजागर करने की ताकत रखता है।