Ind Pak Dispute: मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए उसकी असलियत उजागर की।
भारत ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान न केवल अपने ही लोगों पर हमले कर रहा है, बल्कि संयुक्त राष्ट्र के मंच का दुरुपयोग करके भारत पर बेबुनियाद इल्जाम भी लगा रहा है। भारत की यह तीखी प्रतिक्रिया क्यों?
बमबारी में मारे गए 24 लोग, बच्चे महिला शामिल
भारत का यह बयान तब आया, जब खैबर पख्तूनख्वा के तिराह घाटी में पाकिस्तानी वायु सेना के कथित हवाई हमलों की खबरें सामने आईं। इन हमलों में कम से कम 24 लोग मारे गए, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में इस क्षेत्र की भयावह स्थिति दिखाई दे रही है, जहां मलबे से भरी सड़कें, जले हुए वाहन और ढह चुकी इमारतों से निकाले गए शव तबाही की कहानी बयान कर रहे हैं।
यूएनएचआरसी में भारत का कड़ा रुख
यूएनएचआरसी सत्र के एजेंडा आइटम 4 के तहत भारतीय राजनयिक क्षितिज त्यागी (2012 बैच के भारतीय विदेश सेवा अधिकारी) ने कहा, कुछ देश इस मंच का गलत इस्तेमाल करके भारत के खिलाफ झूठे और उत्तेजक बयान दे रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा, पाकिस्तान को भारत के क्षेत्र पर नजरें गड़ाने के बजाय अपने अवैध कब्जे वाले भारतीय भूभाग को खाली करना चाहिए। उसे अपनी कमजोर अर्थव्यवस्था, सैन्य दबदबे से दबी राजनीति और मानवाधिकारों के उल्लंघन से भरे रिकॉर्ड पर ध्यान देना चाहिए।
शायद तब उसे आतंकवाद को बढ़ावा देने, संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकियों को पनाह देने और अपने ही नागरिकों पर बमबारी करने से फुर्सत मिले।
खैबर पख्तूनख्वा में क्या हुआ?
सोमवार को खैबर पख्तूनख्वा की तिराह घाटी में हुए विस्फोट में करीब 24 लोगों की मौत की खबर आई, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह विस्फोट पाकिस्तानी तालिबान द्वारा रखे गए बम बनाने के सामान की वजह से हुआ। वहीं, अन्य सूत्रों का दावा है कि यह तबाही पाकिस्तानी वायु सेना के हवाई हमलों का नतीजा थी।