Gopal Khemka Murder: बिहार की राजधानी पटना शुक्रवार रात एक सनसनीखेज वारदात से दहल उठी, जब राज्य के चर्चित उद्योगपति और मगध अस्पताल के मालिक गोपाल खेमका की उनके घर के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना गांधी मैदान थाना क्षेत्र के राम गुलाम चौक के पास की है, जहां खेमका अपनी कार से उतर रहे थे। तभी घात लगाए अपराधियों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या के तुरंत बाद खेमका को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस वारदात ने न सिर्फ राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि प्रदेशभर के व्यापारियों में डर और आक्रोश की लहर दौड़ा दी है।
छह साल पहले बेटे की भी हुई थी हत्या
यह घटना खेमका परिवार के लिए दूसरी बड़ी त्रासदी है। दिसंबर 2018 में खेमका के बेटे गुंजन खेमका की भी वैशाली जिले के औद्योगिक थाना क्षेत्र में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अब पिता की भी इसी तरह हत्या होने से पूरा परिवार सदमे में है। गोपाल खेमका का दूसरा बेटा पटना IGIMS में डॉक्टर है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया: पप्पू यादव का सरकार पर सीधा हमला
घटना की सूचना मिलते ही निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने सरकार और पुलिस पर जमकर हमला बोला। पप्पू यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा:
बिहार में महा गुंडाराज
राजधानी पटना में गांधी मैदान के पास राज्य के बड़े उद्योगपति गोपाल खेमका जी की हत्या। शर्म से डूब मरो सरकार। बिहार पुलिस को चुल्लू भर पानी में नाक रगड़ कर आत्महत्या कर लेनी चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि अगर 2018 में गुंजन खेमका की हत्या के मामले में सख्ती दिखाई गई होती, तो आज गोपाल खेमका जीवित होते।
उद्योग जगत में आक्रोश, प्रशासन पर दबाव
बिहार इंडस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष केपीएस केसरी ने खेमका की हत्या पर शोक व्यक्त करते हुए अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी और कड़ी सजा की मांग की है। उन्होंने कहा कि लगातार व्यापारियों को निशाना बनाए जाने से बिहार का व्यावसायिक माहौल प्रभावित हो रहा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव और जदयू नेता श्याम रजक भी शोक प्रकट करने खेमका के आवास पहुंचे। रामकृपाल यादव ने इसे “कानून-व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती” बताया।
SIT गठित, जांच में STF और SIU भी शामिल
राज्य के पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट (SIU) को जांच में लगाया है। सिटी एसपी (मध्य) के नेतृत्व में SIT (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) भी गठित की गई है। FSL (फॉरेंसिक साइंस लैब) की टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए हैं। पटना पुलिस के अनुसार, घटनास्थल के आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है और अपराधियों की पहचान के प्रयास जारी है।
हाई अलर्ट में हत्या, प्रशासनिक दावों की पोल खुली
खास बात यह है कि मुहर्रम को लेकर पटना समेत पूरे बिहार में हाई अलर्ट घोषित किया गया था। एक दिन पहले ही ADG लॉ एंड ऑर्डर पंकज दराद ने सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजामों का दावा किया था। लेकिन गोपाल खेमका की हत्या ने इन दावों की हवा निकाल दी।
निष्कर्ष: अपराधियों का मनोबल बढ़ा, जनता में डर
गांधी मैदान जैसे वीआईपी जोन में एक प्रतिष्ठित उद्योगपति की सरेआम हत्या ने न सिर्फ पुलिस व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी संकेत दिया है कि अपराधियों का मनोबल कितना बढ़ गया है। जनता, व्यापारिक संगठन और राजनीतिक दल एक स्वर में मांग कर रहे हैं कि अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार कर स्पीडी ट्रायल के जरिए सजा दी जाए, ताकि कानून का भय स्थापित हो सके।