पटना: बिहार के पटना में कुत्ता का प्रमाण पत्र मामले का डीएम ने नया खुलासा किया है। पटना डीएम त्यागराजन एसएम ने बताया कि मसौढ़ी अंचल में तैनात कार्यपालक सहायक मिंटू कुमार निराला ने निवास प्रमाण पत्र पर जानबूझकर कुत्ता (डॉग बाबू) का फोटो लगाया था। फिलहाल उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
डाटा डिलीट किया
मामले की जांच करने खुद डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम कर रहे हैं। जांच टीम में एनआईसी की आईटी टीम भी है। छानबीन में पता चला कि कार्यपालक सहायक ने 15 जुलाई की सुबह 9:41 बजे ऐसा किया। जांच में प्रथमदृष्टया आरटीपीएस काउंटर में लगे सीसीटीवी कैमरे का स्टोर डाटा डिलीट किए जाने का खुलासा हुआ है।
कम्प्यूटर सिस्टम की जांच
कार्यपालक सहायक मिंटू कुमार निराला मूलरूप से जहानाबाद के घोसी का निवासी है। वे फिलहाल मसौढ़ी अंचल में कार्यपालक सहायक के पद पर है। उन्हें आरटीपीएस सेंटर पर निवास प्रमाण पत्र बनवाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
एनआईसी की टीम से आरटीपीएस मसौढ़ी अंचल कार्यालय में मंगलवार को जांच करने पहुंचे डीएम डॉ. त्यागराजन ने काउंटर पर उपयोग किए जा रहे कम्प्यूटर सिस्टम की तकनीकी जांच कराई गई।
आरटीपीएस पर तैनात सभी कर्मियों से पूछताछ की गई। जांच में पता चला कि अंचल कार्यालय के कार्यपालक सहायक ने उक्त आवेदन पर स्वयं कुत्ता का फोटो लगाकर अपलोड किया था। आवेदन स्वीकृति के बाद निवास प्रमाण-पत्र का यह डॉक्युमेंट कार्यपालक सहायक मिंटू कुमार निराला ने ही सबसे पहले एक्सेस किया।
सभी पर एफआईआर
जिलाधिकारी ने कहा कि आरोपित मिंटू कुमार, अनिल कुमार और आशीष कुमार को तुरंत हिरासत में लिया गया। ऐसा करने के पीछे इनकी मंशा क्या थी तथा इस प्रकरण से जुड़े अन्य लोग कौन हैं, इसकी भी जांच हो रही है। हलांकि इससे पहले राजस्व अधिकारी और आईटी सहायक के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है।
जांच के दौरान कई तथ्य सामने आए हैं। डाटा स्टोर से डाटा डिलीट की गई। आईटी सहायक ने जानबूझकर कुत्ते का फोटो लगा कर अपलोड किया था, जिसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। बर्खास्त कर दिया गया है। राजस्व अधिकारी को इस मामले में निलंबित और आईटी सहायक को बर्खास्त कर दिया है। दोनों के खिलाफ एफआईआर की है।