Arvind Kejriwal: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लंबे इंतज़ार और कानूनी संघर्ष के बाद आखिरकार नया सरकारी आवास मिल गया है। केंद्र सरकार ने उन्हें दिल्ली के प्रतिष्ठित लोधी एस्टेट क्षेत्र में स्थित 95 नंबर का टाइप-VII श्रेणी का बंगला आवंटित किया है। यह आवंटन दिल्ली उच्च न्यायालय के निर्देशों के बाद किया गया है।
लोधी एस्टेट का इलाका दिल्ली के प्रमुख प्रशासनिक और राजनीतिक केंद्रों में गिना जाता है। यहां कई वरिष्ठ राजनेता, केंद्रीय अधिकारी और संवैधानिक पदाधिकारियों के आधिकारिक आवास स्थित हैं। चार शयनकक्ष, एक बैठक कक्ष, भोजन कक्ष और प्रतीक्षालय जैसी सुविधाओं से युक्त यह बंगला अब आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल और उनके परिवार का नया निवास स्थल बनेगा।
राष्ट्रीय पार्टी अध्यक्ष के रूप में मिला आवास
केंद्र सरकार के आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने केजरीवाल को यह सरकारी आवास राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष के रूप में प्रदान किया है। टाइप-VII श्रेणी के बंगलों को उच्चस्तरीय लोकसेवकों तथा राष्ट्रीय दलों के शीर्ष पदाधिकारियों को दिया जाता है। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद केजरीवाल ने 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित आधिकारिक आवास खाली कर दिया था, जिसके बाद वे उपयुक्त सरकारी बंगले के आवंटन के लिए प्रयासरत थे।
आरंभ में उन्होंने 35, लोधी एस्टेट का बंगला मांगा था, जो पूर्व में बसपा प्रमुख मायावती को आवंटित था, किंतु फिलहाल उन्हें 95, लोधी एस्टेट का मकान दिया गया है। वर्तमान में वे आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल को आवंटित आवास में अस्थायी रूप से रह रहे थे।
उच्च न्यायालय की सख़्ती के बाद आवंटन
सरकारी आवास के आवंटन में अनावश्यक देरी को लेकर अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। सुनवाई के दौरान न्यायालय ने केंद्र सरकार से इस संबंध में शीघ्र निर्णय लेने के निर्देश दिए थे। अदालत की सख्ती के बाद अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ने आश्वासन दिया था कि दस दिनों के भीतर नियमों के अनुसार नया सरकारी आवास आवंटित कर दिया जाएगा। अदालत के निर्देशों के अनुपालन में मंत्रालय ने अब यह आदेश जारी कर दिया है।
पुराने आवास से जुड़ा विवाद हुआ समाप्त
इस नए आवंटन के साथ ही अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास को लेकर चल रहा विवाद भी समाप्त होता दिखाई दे रहा है। मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने जिस 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित बंगले में निवास किया था, उसी के नवीनीकरण को लेकर विपक्षी दलों ने तीखी आलोचना की थी और उसे ‘शीश महल’ की संज्ञा दी थी।
दिल्ली सरकार अब इस पुराने मुख्यमंत्री आवास को राज्य अतिथि गृह में परिवर्तित करने की तैयारी में है। वहीं, इस आवास के निर्माण और मरम्मत कार्यों में कथित अनियमितताओं की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो के अधीन जारी है।
अब स्थायी रूप से 95 लोधी एस्टेट में निवास
करीब एक वर्ष तक चली कानूनी तथा प्रशासनिक प्रक्रिया के बाद आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेता अरविंद केजरीवाल को अब स्थायी रूप से 95 लोधी एस्टेट का बंगला आवंटित किया गया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, आवास के मरम्मत कार्य पूर्ण होते ही वे शीघ्र ही अपने परिवार सहित वहां स्थानांतरित हो जाएंगे।
इस प्रकार, लंबे विलंब और विवाद के बाद अरविंद केजरीवाल का सरकारी आवास का अध्याय अब समाप्ति की ओर है और उनका नया राजनीतिक केंद्र अब लोधी एस्टेट के इस प्रतिष्ठित आवास में स्थापित होगा।