Delhi Pollution: राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार सुबह जहरीली धुंध की घनी परत छाई रहने से कई स्थानों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंच गया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार राजधानी में आज सुबह जहां अब्दुल कलाम रोड पर एक्यूआई 394 दर्ज किया गया, वहीं, आनंद विहार में घना धुंध छाये रहने से एक्यूआई 383 और गाजीपुर क्षेत्र में 369 दर्ज किया गया, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है।
आसपास का इलाका प्रदूषण की मोटी चादर में ढका
अक्षरधाम क्षेत्र से भी ऐसी ही स्थिति की सूचना मिली, जहां एक्यूआई 382 तक पहुंच गया। इंडिया गेट और कर्तव्य पथ के आसपास का इलाका प्रदूषण की मोटी चादर में ढका रहा, जहां एक्यूआई 341 दर्ज किया गया।
301-400 के बीच ‘बेहद खराब’
गौरतलब है कि सीपीसीबी वर्गीकरण के अनुसार 0-50 के बीच का एक्यूआई ‘अच्छा’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101-200 के बीच ‘मध्यम’, 201-300 के बीच ‘खराब’, 301-400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401-500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी का माना जाता है।
वाहनों की आवाजाही व औद्योगिक कार्यों पर प्रतिबंध
राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता में गिरावट के बाद, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) द्वारा 11 नवंबर को पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) तीन लागू किया गया। इन उपायों का उद्देश्य निर्माण, वाहनों की आवाजाही और औद्योगिक कार्यों पर कड़े प्रतिबंधों के माध्यम से उत्सर्जन को नियंत्रित करना है।
गैर-स्वच्छ ईंधन पर निर्भर औद्योगिक संचालन
ग्रेप-तीन के तहत प्रतिबंधों में अधिकांश गैर-आवश्यक निर्माण गतिविधियों पर प्रतिबंध, बीएस-तीन पेट्रोल और बीएस-चार डीजल चार पहिया वाहनों पर प्रतिबंध, कक्षा पांच तक के छात्रों के लिए कक्षाओं का निलंबन, हाइब्रिड या ऑनलाइन शिक्षा की ओर बदलाव, गैर-स्वच्छ ईंधन पर निर्भर औद्योगिक संचालन पर प्रतिबंध और गैर-आपातकालीन डीजल जनरेटर सेट पर प्रतिबंध शामिल हैं।