Bilaspur Bus Accident: बिलासपुर के झंडुता इलाके में हुए बस हादसे में 18 यात्रियों की मौत हो गई। यात्रियों से भरी बस भूस्खलन की चपेट में आ गई। पहाड़ का मलबा बस पर आ गिरा। इस बस हादसे में प्रशासनिक लापरवाही भी सामने आई है। अगर समय रहते कदम उठाए जाते तो इतने लोगों की मौत नहीं होती।
जैसे ही यह हादसा हुआ ग्रामीणों ने तुरंत इसकी जानकारी प्रशासन तक पहुंचाई। लेकिन सूचना देने के बाद भी बचाव दल देरी से पहुंचा और जेसीबी मंगवाने में भी देर की गई। अगर समय रहते राहत और बचाव दल मौके पर पहुंच जाता तो कई जानें बचाई जा सकती थी। मलबा हटाने में देरी होने से यात्रियों की दम घुटने से मौत हो गई।
पीएम, सीएम ने दुख जताया
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने इस हादसे पर शोक जताया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन के कारण हुई बस दुर्घटना में कई लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति मैं संवेदना व्यक्त करती हूँ और घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।
मुआवजे का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर शोक जताया है। प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट किया गया है। पीएमओ की पोस्ट में लिखा है, हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में हुए एक हादसे में हुई जान-माल की हानि से दुखी हूं। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपए दिए जाएंगे।