Rudraprayag: हिमालय की मेरू व सुमेरू पर्वत श्रृंखलाओं की तलहटी पर विराजमान बाबा केदारनाथ में पहली बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्चयंसेवकों ने पथ संचलन निकाला।
106 गणवेशधारी स्वयंसेवकों ने पथ संचलन
घाटी में राष्ट्र भक्ति ही देव भक्ति, देव भक्ति ही राष्ट्र भक्ति है जैसे नारे गूंजे। संघ के शताब्दी वर्ष के अवसर पर बाबा केदार धाम में पहली बार 106 गणवेशधारी स्वयंसेवकों ने पथ संचलन किया। इस मौके पर प्रांत सेवा प्रमुख पवन ने कहा कि उत्तराखंड के चारधाम में प्रमुख केदारनाथ धाम में पथ संचलन अनूठा अनुभव है।
एकजुट करने और सनातनी परंपराओं का संरक्षण
उन्होंने कहा कि हम सभी को समाज को एकजुट करने और सनातनी परंपराओं के संरक्षण के लिए मिलकर कार्य करना हाेगा। धाम में मुख्य पुजारी बागेश्व लिंग ने भी विचार रखे।
इस माैके पर जिला संघचालक तेजपाल खत्री, जिला प्रचारक पंकज, विभाग सेवा प्रमुख जगदीश जग्गी, जिला कार्यवाह शैलेन्द्र गौड़, खंड संघचालक दलवीर पुजारी, रोशन त्रिवेदी, लक्ष्मण बिष्ट, योगेन्द्र सेमवाल केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, अंकित सेमवाल प्रदीप त्रिवेदी, पंकज शुक्ला के साथ समस्त सामान्य जन, संत समाज, तीर्थ पुरोहित समाज के लाेग माैजूद रहे।