Vande Mataram Song: वन्दे मातरम्’ गीत के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम के दौरान संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा “वन्दे मातरम् ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान देशभर के आंदोलनों को एकता के सूत्र में पिरोने का कार्य किया।
उसी तरह आज भी यह गीत उतना ही प्रासंगिक है, यह विकसित भारत के जन आंदोलन का मंत्र बन सकता है, जो भारत को एक सूत्र में बाँधते हुए 140 करोड़ देशवासियों की शक्ति को संचित कर सकता है। यह हमें ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के लक्ष्य की ओर प्रेरित करता है।
7 से 14 नवंबर तक कार्यक्रम आयोजित
इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में शुक्रवार को आयोजित समारोह में गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि यह स्मरणोत्सव चार चरण में सालभर आयोजित किए जाएंगे, जिसके पहले चरण की शुरुआत हो रही है। पहले चरण के तहत देश भर में 7 से 14 नवंबर तक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जब देशभर के लोग इस गौरवशाली गीत को गाकर अपना योगदान देंगे।
गणतंत्र दिवस पर एक भव्य कार्यक्रम
दूसरे चरण में 19-26 नवंबर तक आध्यात्मिक जागरण के माध्यम से राष्ट्रीय एकता को समर्पित कार्यक्रम देशभर में आयोजित किए जाएंगे। हम वंदे मातरम की सांस्कृतिक और राष्ट्रीय भावना को जन-जन तक पहुँचाने का प्रयास करेंगे, जिसका समापन गणतंत्र दिवस पर एक भव्य कार्यक्रम के रूप में होगा।
तीसरा चरण 7-15 अगस्त तक स्वदेशी के माध्यम से स्वतंत्रता की गाथा को समर्पित होगा। हम साल 1905 में शुरू हुए स्वदेशी आंदोलन का जश्न मनाएंगे और इसे स्वतंत्रता दिवस से जोड़कर उस ऐतिहासिक भावना जागृत किया जाएगा।
वंदे मातरम को समर्पित पोर्टल का शुभारंभ
इस अभियान का चौथा और अंतिम चरण जो अगले साल 1-7 नवंबर तक चलेगा, उसमें हम सामूहिक गायन और युवा भागीदारी प्रदर्शनियों के माध्यम से वंदे मातरम को अपने मंत्र के रूप में अपनाएंगे।
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत आज प्रधानमंत्री मोदी ने वंदे मातरम को समर्पित एक पोर्टल का शुभारंभ किया है। लोग अपनी आवाज़ में वंदे मातरम गाकर उसे इस पोर्टल पर अपलोड कर सकते हैं।