Patna News: बिहार की राजधानी पटना एक बार फिर अपराध की आग में झुलस उठी है। गुरुवार को दो सनसनीखेज घटनाओं ने न सिर्फ आम जनता को दहला दिया, बल्कि पुलिस और प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर भी बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।
पहली घटना शास्त्री नगर थाना क्षेत्र स्थित पारस अस्पताल में सामने आई, जहां इलाज के लिए लाए गए एक कैदी को चार हथियारबंद बदमाशों ने गोली मार दी। वहीं दूसरी ओर, शाहपुर थाना क्षेत्र में एक युवक की धारदार हथियार से बेरहमी से हत्या कर दी गई।
अस्पताल में घुसकर कैदी को मारी गोली
जानकारी के अनुसार, गोली का शिकार हुआ कैदी चंदन मिश्रा मूल रूप से बक्सर का रहने वाला है और केसरी हत्याकांड में नामजद आरोपी था। वह बेउर जेल में बंद था और इलाज के लिए पैरोल पर अस्पताल लाया गया था। गुरुवार को जैसे ही वह अस्पताल के बेड पर इलाज करा रहा था, चार बदमाश अस्पताल के अंदर घुसे और उसे गोली मार दी।
इस हमले के बाद अस्पताल परिसर में भगदड़ मच गई। वारदात के तुरंत बाद हमलावर फरार हो गए। पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की गई। फिलहाल सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और अपराधियों की तलाश जारी है।
शाहपुर में युवक की हत्या
इसी दिन कुछ ही किलोमीटर दूर शाहपुर थाना क्षेत्र में एक युवक की दर्दनाक हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान शिवम उर्फ बंटी के रूप में हुई है। अपराधियों ने धारदार हथियार से उसकी बेरहमी से हत्या की।
पश्चिम पटना सिटी एसपी भानु प्रताप सिंह ने बताया कि एफएसएल टीम ने मौके से साक्ष्य एकत्र किए हैं और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। प्रारंभिक जांच में मामला आपसी रंजिश का बताया जा रहा है, हालांकि पुलिस सभी पहलुओं से जांच कर रही है।
लगातार अपराधों पर विपक्ष का हमला
राज्य में हो रही लगातार आपराधिक घटनाएं अब राष्ट्रीय स्तर पर चिंता का विषय बन गई हैं। विपक्षी दलों ने सरकार और पुलिस प्रशासन की नाकामी को लेकर तीखा हमला बोला है। विपक्ष का आरोप है कि बिहार में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची है। राजधानी पटना जैसे शहर में अस्पतालों तक में गोलीबारी होना दर्शाता है कि अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में माहौल को अस्थिर करने की कोशिशें तेज हो गई हैं। कुछ इसे जानबूझकर फैलाया गया डर बताते हैं, ताकि जनता के फैसले को प्रभावित किया जा सके। लेकिन फिलहाल आम जनता खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है और नीतीश सरकार व पुलिस प्रशासन पर भरोसा डगमगा गया है।
न्यूज़ एडिटर बी के झा की रिपोर्ट-