Amrit Bharat Express: बिहार और उत्तर प्रदेश के आम यात्रियों के लिए बड़ी सौगात की तैयारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 जुलाई को पटना और नई दिल्ली के बीच नई अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह ट्रेन 20 जुलाई से नियमित रूप से चलना शुरू करेगी।
नई अमृत भारत एक्सप्रेस 130 किमी प्रति घंटे की टॉप स्पीड से दौड़ेगी और करीब 1000 किलोमीटर का फासला महज 10 घंटे में तय करेगी। रेलवे सूत्रों के अनुसार, यह ट्रेन दिल्ली और पटना के बीच यात्रा को तेज, सुलभ और किफायती बनाएगी।
सिर्फ स्लीपर और जनरल कोच- आम यात्रियों के लिए खास ट्रेन
नई अमृत भारत एक्सप्रेस में कुल 22 डिब्बे होंगे, जिनमें सिर्फ स्लीपर और जनरल क्लास की व्यवस्था होगी। यह ट्रेन विशेष रूप से आम लोगों को ध्यान में रखकर डिजाइन की गई है। इसमें कोई एसी कोच नहीं होगा, जिससे किराया अपेक्षाकृत किफायती रहेगा।
ट्रेन को नारंगी और ग्रे रंग में रंगा गया है, जो इसे पारंपरिक ट्रेनों से अलग पहचान देगा। सुविधाओं की बात करें तो इसमें आधुनिक शौचालय, चार्जिंग पॉइंट्स, साफ-सफाई और बेहतर रोशनी जैसी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
इन स्टेशनों पर होगा ठहराव
ट्रेन पटना से रवाना होकर आरा, बक्सर, दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन, मिर्जापुर, प्रयागराज, कानपुर, इटावा सहित कुल 12 स्टेशनों पर रुकेगी और अंत में नई दिल्ली पहुंचेगी। यह रूट बिहार और यूपी के प्रमुख शहरों को दिल्ली से जोड़ने में मददगार साबित होगा।
किराया और टाइमिंग जल्द घोषित होंगे
हालांकि रेलवे ने अभी इस ट्रेन की सटीक टाइमिंग, किराया और फाइनल रूट की आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन अनुमान है कि इसका किराया अन्य ट्रेनों से थोड़ा अधिक हो सकता है। ट्रेन की रफ्तार, सीमित स्टॉपेज और सुविधाएं इसे एक नई पीढ़ी की जनरल-स्लीपर एक्सप्रेस बनाती हैं।
अमृत भारत योजना के तहत बड़ा कदम
यह ट्रेन भारतीय रेलवे की ‘अमृत भारत योजना’ के तहत चलाई जा रही है, जिसका उद्देश्य गैर-एसी यात्रियों के लिए यात्रा अनुभव को बेहतर बनाना है। इस योजना के अंतर्गत देशभर में ऐसी कई ट्रेनों की शुरुआत की जा रही है।
निष्कर्ष-
पटना और दिल्ली के बीच यात्रा करने वाले लाखों यात्रियों के लिए यह ट्रेन एक क्रांतिकारी बदलाव लेकर आ रही है। यह तेज, सुलभ और अपेक्षाकृत किफायती सेवा खासकर बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए एक नई उम्मीद साबित हो सकती है।
न्यूज़ एडिटर बी के झा की रिपोर्ट-