नई दिल्ली: राज्य में कानून व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। नगर थाना क्षेत्र के एक गांव में रविवार देर रात दो दरिंदों ने 55 वर्षीय विधवा महिला को उसके घर से जबरन उठा ले जाकर बांसवाड़ी में सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया।
पीड़िता अपने मंदबुद्धि बेटे के साथ घर में सो रही थी। इसी दौरान भैरों कोठी गांव के रहने वाले दो युवक-मसीर और छोटू- घर में घुस आए। आरोपियों ने चाकू की नोक पर महिला के बेटे को एक कमरे में बंद कर दिया और महिला को जबरन उठाकर खेत की ओर ले गए। वहां उन्होंने बर्बरता से दुष्कर्म किया और महिला को घायल अवस्था में छोड़कर फरार हो गए।
गांव में आक्रोश
घटना के बाद सोमवार सुबह महिला ने ग्रामीणों को आपबीती सुनाई। इसके बाद गांव में आक्रोश फैल गया और पुलिस को सूचना दी गई। सदर एसडीपीओ राजीव कुमार सिंह और नगर थानाध्यक्ष विनय प्रताप सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। महिला का मेडिकल परीक्षण कराया गया है।
थानाध्यक्ष ने बताया कि दोनों आरोपी फरार हैं और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
विपक्ष का सरकार पर हमला
घटना के बाद विपक्षी दलों ने नीतीश कुमार सरकार और केंद्र पर निशाना साधा। विपक्षी नेताओं का कहना है कि बिहार में अपराध लगातार बढ़ रहा है। आरोप लगाया गया कि “अपराधियों को सरकार का संरक्षण मिला हुआ है और मतदाताओं में डर फैलाकर एनडीए को फायदा पहुंचाने की कोशिश हो रही है।
गांव में दहशत, न्याय की मांग
घटना से पूरा गांव दहशत में है। ग्रामीणों ने आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी और कड़ी सजा की मांग की है।
न्यूज़ एडिटर बी के झा की रिपोर्ट-